Meri Abhilaasha Hai ।। मेरी अभिलाषा है ।।

।। मेरी अभिलाषा है ।।

।। मेरी अभिलाषा है ।।
सूरज-सा चमकूँ मैं, तारों-सा दमकूँ मैं, झलमल-झलमल उज्ज्वल चंदा-सा चमकूँ मैं मेरी अभिलाषा है

फूलों-सा महकूँ मैं विहंगो-सा चहकूँ मैं गुंजित कर वन-उपवन कोयल-सा कहकूँ मैं मेरी अभिलाषा है

नभ से निर्मलता लूँ शशि से शीतलता लूँ धरती से सहन-शक्ति पर्वत से दृढ़ता लूँ मेरी अभिलाषा है

मेघों-सा मिट जाऊँ सागर-सा लहराऊँ सेवा के पथ पर मैं सुमनों-सा बिछ जाऊँ मेरी अभिलाषा है


सूरज-सा चमकूँ मैं,
तारों-सा दमकूँ मैं,
झलमल-झलमल उज्ज्वल
चंदा-सा चमकूँ मैं
मेरी अभिलाषा है ।। 1 ।।
फूलों-सा महकूँ मैं
विहंगो-सा चहकूँ मैं
गुंजित कर वन-उपवन
कोयल-सा हकूँ मैं
मेरी अभिलाषा है ।। 2 ।।
नभ से निर्मलता लूँ
शशि से शीतलता लूँ
धरती से सहन-शक्ति
पर्वत से दृढ़ता लूँ
मेरी अभिलाषा है ।। 3 ।।
मेघों-सा मिट जाऊँ
सागर-सा लहराऊँ
सेवा के पथ पर मैं
सुमनों-सा बिछ जाऊँ
मेरी अभिलाषा है ।। 4 ।।





अभिलाषा व्यक्तित्व के निर्माण की अधार्शिला है, मेरी अभिलाषा मेरे व्यक्तित्व को दर्शाती है।

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